धोखाधड़ी की गई राशि का पता लगाते हुए पुलिस ने यूको बैंक में एक संदिग्ध खाते की पहचान की, जिसमें ₹46 लाख जमा किए गए थे।
कोलकाता साइबर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ₹63.94 लाख की साइबर धोखाधड़ी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह धोखाधड़ी एक फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग योजना के जरिए अंजाम दी गई, जिसमें पीड़ितों को छोटे निवेश पर ऊंचे रिटर्न का झांसा दिया जाता था।
कोलकाता के बांसड्रोनी निवासी राजीब चक्रवर्ती की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। मामला सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और बीएनएस अधिनियम, 2023 के तहत साइबर पीएस केस नंबर 114/24 के रूप में दर्ज किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने पीड़ितों को निवेश के लिए प्रेरित करने के लिए एक संगठित धोखाधड़ी अभियान चलाया था।
धोखाधड़ी की गई राशि का पता लगाते हुए पुलिस ने यूको बैंक में एक संदिग्ध खाते की पहचान की, जिसमें ₹46 लाख जमा किए गए थे। खाता संचालक, बारासात निवासी 34 वर्षीय तन्मय पॉल को 16 दिसंबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया।
पॉल की जानकारी और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर, पुलिस ने हावड़ा के जगदीशपुर में छापेमारी की, जहां 20 वर्षीय शांतनु गायेन को गिरफ्तार किया गया। गायेन की पहचान यूको बैंक खाते के खाताधारक और घोटाले में मुख्य भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के रूप में हुई।
दोनों आरोपियों पर पहचान की चोरी, धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों से संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। तन्मय पॉल को 31 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखा गया है, जबकि शांतनु गायेन को 20 दिसंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के समक्ष पेश किया गया।